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भरमल बीरो चुनड़ी रँगाई बाई गवरां र .....



ईसरजी तो चुनड़ी रँगाई,बाई सुधरां र दाय नहीं आई रे 
निलधर,ओज्यूँ रंग दे मेरी चुनड़ीयां 

भरमल बीरो चुनड़ी रँगाई,बाई गवरां र दाय नहीं आई रे,
नीलधर, ओज्यूँ रंग दे,मेरी.... 

अला रंग दे,मेरा पला रंग दे,मेरे सिर पर मोरिया की छाप रंग दे
,ओज्यूँ,रंग दे...

1 comment:

  1. Aakhir Kyon भरमल बीरो चुनड़ी रँगाई बाई गवरां र
    Pauranik Kathayen thank for artical

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