Bhajan that connects with spirituality...

Krishnabhajan ।।Anupam Madhuri Jodi | hamare

श्री अनुपम माधुरी जोड़ी हमारे श्याम श्यामा की 
 रसीली रस भरी अंखियां,हमारे श्याम श्यामा की 

 # कटीली भौं,अदा बांकि,         सुघड़ सूरत,मधुर बतियां 
लटक गरदन की मन बसिया ,हमारे श्याम श्यामा की 

 # मुकुट अरु चंद्रिका माथे,            अधर पर पान की लाली 
अहो, कैसी बनी छवि है हमारे श्याम श्यामा की 

 # परस्पर मिलके जब बिहरें,             बे वृंदावन की कुंजन में 
 नहीं बरणत बने शोभा हमारे श्याम श्यामा की 

 # नहीं कुछ लालसा धन की ,नहीं निर्बाण की इच्छा
 सखी श्यामा मिले सेवा हमारे श्याम श्यामा की

No comments:

Post a Comment