केसर की क्यारी म हरिया जंवारा तो लूलिया जंवारा जी
लहर ल्यो जी लहर ल्यो
ए कुंण जी बाया,कुणा जी रा सिंच्या तो
लहर ल्यो जी लहर....
सूरज जी र बाया, बहु रेणा दे सिंच्या तो
लहर ल्यो जी.....
रेणा दे रा सिंच्या,बाई सुधरा पूज्या तो
लहर ल्यो जी...
सुधरा बाई र पूज्या,सूरज जी भोलाया तो
लहर ल्यो जी.....
ईसरदास जी रा बाया, गवरां बाई सिंच्या तो
लहर ल्यो जी...
गवरां बाई रा सिंच्या बाई रोवाँ पूज्या तो
लहर ल्यो जी.....
रोवाँ बाई रा पूज्या,ईसरदास जी भोलाया तो
लहर ल्यो जी.....
कान्हीरामजी रा बाया, बहु लाडल सिंच्या तो
लहर ल्यो जी.....
लाडलड़याँ रा सिंच्या बाई सोवां पूज्या तो
लहर ल्यो जी...
बाई सोवां रा पूज्या, कान्हीरामजी भोलाया तो
लहर ल्यो जी....
Aakhir Kyonकेसर की क्यारी म हरिया जंवाराPauranik Kathayen
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