माँ गवरां थांने पूजूँ हूँ, हाथ जोड़ वर मांगूं हूं
म्हांनै एसो देवो सुहाग,सुरंगो सासरियो
सासरियो म्हारौ ऐसो होवे,जंया राज अयोध्या जी
रामचन्द्र सो वर होवे औऱ देवर म्हारौ लछमण जी
सासू कौशल्या होवै, सुसरो राजा दशरथ जी
म्हांनै ऐसो देवो.....
हीरा मोती माणक नीपजै, अन्न धन रा भण्डार भरो
रिद्धि सिद्धि बुद्धि विधाता,सासरिया में वास करो
जहाँ प्रेम की गँगा हो, बहू सास की बेटी हो
म्हांनै ऐसो देवो.....
पिहरियो म्हांनै प्यारो है, आंखडल्या रो तारो है
म्हानें पीहरिया सूं प्यारो लागे, सासरियो
माँ गवरां थांने....
सदा सुहागण रहूं मैं मैया, योही थांसूं वर मांगूं
आशीर्वाद यही थे दे देदयो, औऱ नहीं कुछ मैं मांगूं
माँग सिंदूरी भरी रहे,हाथां मेहँदी रची रहे
रहे जन्म जन्म को साथ सुरँगो ,सासरियो
माँ गवरां थांने.....
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