आवो,आवो नि माताजी म्हारै आँगन
थांरे मंदिरये म्हे नित आवां
आकर थांरी म्हे ज्योत जगावां
मेहंदी थांरे म्हे ल्यावाँ, नारियल भेंट चढ़ावां
आओ आओ नि......
माता थांरे दरश का म्हे प्यासा
पूरी करदयो ना मनडे री आशा
थाने चुनड़ो ओढावां, लाल चुड़ो पहरावां
आओ ,आओ नि......
माता
सिंह पर चढकर थे आवो
म्हारै मनडे में भक्ति जगावो
थांरे चरणा में आवां, माता धोक लगांवा
आओ,आओ नि......
मैया मैं भी तो सेवक थांरो
सबका अटक्या थे कारज सारो
अष्टमी रात जगावां, हिलमिल भजन सुनावा
आओ,आओ नि.....
Aakhir Kyon
ReplyDeleteEKADASHI BHAJAN
GANESH JI KI KAHANI
GANGAUR KE GEET
GURUJI KE BHAJAN
HANUMAN BHAJAN
HOLI KE GEET
KATHIK MAAS KE BHAJAN
KRISHNA BHAJAN
MAATA KE BHAJAN
MEERA KE BHAJAN
OTHER BHAJAN
RAJSTHANI LOKGEET
RAM JI KE BHAJAN
SHADI KE GEET
SHIV BHAJAN
SHYAM BABA KE BHAJAN
VRAT KI KAHANI
SEARCH THIS BLOG
Home / Unlabelled / चन्दन चौक पुरावां, मङ्गल कलश....
चन्दन चौक पुरावां, मङ्गल कलश
Pauranik Kathayenthank for artical