पोढ़ो हरि द्वारिका रणछोड़
पोढ़ो टीकम द्वारिका रणछोड़
द्वारिका में झालर बाजे, शंखन की घनघोर
पोढ़ो हरि द्वारिका......
अगड़ चन्दन को ढोलियो रामजी
बण्यो है रेशम डोर, पोढ़ो हरि...
सोड़ रजाई,गीन्डवा रामजी
उरमा की रमसोड़, पोढ़ो हरि.....
रुक्मणी के रंगमहल में
दीपक लाख करोड़,पोढ़ो हरि....
गोमती हरि का चरण चाँप
सागर करत किलोल,पोढ़ो हरि....
आप पोढ़ो आपरा भक्त सोवे
सोवे नगरी रो सारो लोग,पोढ़ो हरि.....
पोढ़तां हरि न कोई ना लडावे
चाकरी को चोर,पोढ़ो हरि.....
दास पिंपो थारी शरण आयो
गावे है दोंनो करजोड़, पोढ़ो हरि....
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