श्री
सावण सुरंगो जोर को जी,कोई झूलो नन्दलाल
झूलो झुलावां जी,कान्हा थांने चाव सूं
आओ पधारो म्हारे आंगणा जी,म्हारा नन्दजी रा लाल
झूलो झुलावां जी,कान्हा थांने चाव सूं
चम चम चमके बिजली जी कोई रिमझिम बरसात
आज रीझावां जी,कान्हा थाने चाव सूं
बन में बोले मोरिया जी कोई पीहू पीहू आज
भजन सुनावाँ जी,कान्हा थाने चाव सूं
झूलो कदम की डार, डाल्यो जी कोई झूलो नन्दलाल
राधा बुलावे जी,कान्हा थाने चाव सूं
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