श्री
सावण लाग्यो भादवो रे मोरया
आई आई सावणीया री तीज ,बिरज का मोरिया रे
म्हारो श्याम मिला दे रे,घनश्याम मिला दे रे
पेली तो मिलाई बाबा नन्द सूं रे मोरया
पछे जसोदा माय, बिरज का मोरिया रे.......
दूजी तो मिलाई राणी राधिका रे मोरया
तीजो नन्दकिशोर, बिरज का मोरिया रे.......
ओजूं तो मिलाई म्हांने गोपियाँ रे मोरया
पछे बिरज को लोग,बिरज का मोरिया रे....
चम चम चमके बिजली रे मोरया
बरसण लाग्यो मेह, बिरज का मोरिया रे....
सावण आवण कह गयो रे मोरया
आय गयी भादुडा री तीज,बिरज का मोरिया रे.....
राधा कृष्ण सूं विनती रे मोरया
म्हाने राखो चरणां र मांय, बिरज का मोरिया रे......
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