श्री
मोरया रे,मथुरा नगरी जाजे रे
साँवरिया न, कान्हूडा न, बनवारी न मिलणो कीजे
म्हारा भोला पंछीडा.....
कीजे रे मायड़ थारी बिलखे रे
थारो बाबो,नन्द बाबो,थारो बाबो बाट उडिके
म्हारा भोला .......
कीजे रे,राधा राणी बिलखे रे
थारी सखियां,थारी गोप्यां ,थारी सखियां बाट उडिके
म्हारा भोला......
कीजे रे ग्वाल बाल सब बिलखे रे
थारी गायां, थारा बछड़ा, थारी गायां नीर बहावे
म्हारा भोला......
कीजे रे,सावण सुखो जावे हां
सावनिया म, भादुडा म, सावनिया म आयो रिजे
म्हारा भोला......
कीजे रे बागां म झूला घाल्या रे
थारी राधा न, सखियां न, राधा न झोटा दीजै
म्हारा भोला......
बाई मीरां रा पगां लागणा कीजे रे
बेगा सा, खाता सा,बेगा बेगा सा दर्शण दीजै
म्हारा भोला.....
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