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Sitaram vivhahotsav bhajan


                                     श्री 

आजू मिथिला नगरिया निहाल सखियां 

चारों दूल्हा में बड़का कमाल सखियां 


माथ मणि मोरिया, कुण्डल सोहे कान में 

कारे कारे कजरारे जुल्मी नयन में 

आहे,लाल लाल चन्दन चमके भाल सखियां

चारों दूल्हा में.......


सांवर सांवर गोरे गोरे जोड़ियां जहांन हे 

अंखियां ना देखल,सुनन नहीं कान हे 

जुग जुग जिवे जोड़ा जोड़ी बेमिसाल सखियां 

चारों दूल्हा में....


गगन मगन आजू मगन धरतीया

देखी देखी दूल्हा के सांवरी सूरतिया 

बाल वृद्ध नर नारी सब बेहाल सखियां 

चारों दूल्हा में...

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