,रामा झीणी झीणी उड रे गुलाल ,गंगा माई की जै बोलो
रामा,भीजै ठाकुरजी रो मोल़ियो,राणी रुकमण रो दखणी रो चीर
गंगा माई की.....
रामा आं रे गंगा माई र मारगां,रामा, लाम्बा बध्या रे नारैल़
गंगा माई की.....
रामा जांवता संगाती खाया खोपरा,रामा आंवता तो लिया बिश्राम
गंगा माई की......
रामा आं रे गंगा माई र मारगां,रामा सोनो घड़ रे सुनार
गंगा माई की......
रामा घड़ीज ठाकुर जी रो मुन्दड़ो,राणी रूकमण रो नौसर हार
गंगा माई की......
रामा आं रे गंगा माई र मारगां,रामा पैचो रंगै रे कबीर
गंगा माई की......
रामा रंगीजै ठाकुर जी री पागड़ी,राणी रूकमण रो दिखणी रो चीर
गंगा माई की......
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रामा आं रे गंगा माई र मारगां,रामा लाम्बी बधी रे खजूर
गंगा माई की......
रामा,जांवता संगाती खाई खारखां,रामा,आंवतां तो ल्याया है डांग
गंगा माई की......
रामा आयोड़ा न लेवो रे बधाय,गंगा माई की......
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