बनी के गोरे गोरे हाथ,मेहंदी लगावो री
इसके बने का लिख दो नाम,मेहंदी लगावो री
बनी हमारी,चाँद का टुकड़ा
बना है राजकुमार,मेहंदी.....
आँखों में कजरा,कानों में झुमका
कर दो सोलह श्रंगार, मेहंदी....
ढोलक बाजे,मंजीरा बाजे
शहनाई बज रही द्वार,मेहंदी....
सब मिल गावो,गीत ख़ुशी के
शुभदिन आया है आज,मेहंदी....
Aakhir Kyon Mehandi geet,banni ke gore gore hath
ReplyDeletePauranik Kathayen Thank for articals