जय श्री राधा वल्लभ श्याम
ताश मिल खेलो साँवरिया
इसमें बादशाह बनवारी,इसमें बेगम राधा प्यारी
इसमें गुल्लो है गिरिधारी,ताश मिल.....
इसमें दसी दसों दिशा है, इसमें नोकी नव दुर्गा है
इसमें अठी अष्ट कमल है, ताश मिल.....
इसमें सती सप्त ऋषी है, इसमें छठी छ ऋतुएं हैं
इसमें पंजी पञ्च तत्व है, ताश खेलो....
इसमें चोकी चार वेद है, इसमें तिगी तीन लोक है
इसमें दूगी चाँद, सूरज है, ताश मिल..
इसमें ईको एक संसार,कर लो नारायण सें प्यार
यही है इस जीवन का सार,ताश मिल...
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