Bhajan that connects with spirituality...

गणगौर की जान(बारात)

दोय बड़बोल्या बोल्या ए माय, जान आवे छ म्हारी गवरां री
 ऊँची चढ़ जोंउ ए माय, जान आवे छ म्हारी गवरां री 
 सब जानिडा सुरंगा ए माय, बिन्द बिरंगो म्हारी गवरां रो 
सब जानिडा र पेचा ए माय, महादेव जी जटा जी बिखेरिया 
सब जानिडा र मोती ए माय, महादेव जी मदरा जी पेरिया सब जानिडा र डोरा ए माय, महादेव जी सर्प लपेटिय 
सब जानिडा र धोती ए माय, महादेव जी बाघम्बर पेरिया 
सब जानिडा र कुर्ता ए माय,महादेव जी भश्मी रमाईया
 सब जानिडा र जूता ए माय, महादेव जी खड़ाऊ जी पेरिया
 थे तो रूप निवारो भोलानाथ,जीवड़ो दोरो छ म्हारी माय रो दोय बड़बोल्या बोल्या ....... 

सब जानिडा बिरंगा ए माय, बीन सुरँगो म्हारी गवरां रो

 सब जानिडा र पेचा ए माय, महादेव जी फेंटो जी बाँधिया
 सब जानिडा र मोती ए माय, महादेव जी मुरक्यां जी पेरिया
सब जानीडा र दोरा ए माय, महादेव जी कंठो जी पेरिय
सब जानिडा र कुर्ता ए माय महादेव जी बागों जी पेरिया 
सब जानिडा र धोती ए माय, महादेवजी बागो जी पेरियो
सब जानिडा र जुता ए माय, महादेव जी मोचड़ी जी पेरिया
 थे तो रूप निवारयो भोलानाथ,अब जीव सोरो म्हारी माय रो

No comments:

Post a Comment