ऊँची चढ़ जोंउ ए माय, जान आवे छ म्हारी गवरां री
सब जानिडा सुरंगा ए माय, बिन्द बिरंगो म्हारी गवरां रो
सब जानिडा र पेचा ए माय, महादेव जी जटा जी बिखेरिया
सब जानिडा र मोती ए माय, महादेव जी मदरा जी पेरिया
सब जानिडा र डोरा ए माय, महादेव जी सर्प लपेटिय
सब जानिडा र धोती ए माय, महादेव जी बाघम्बर पेरिया
सब जानिडा र कुर्ता ए माय,महादेव जी भश्मी रमाईया
सब जानिडा र जूता ए माय, महादेव जी खड़ाऊ जी पेरिया
थे तो रूप निवारो भोलानाथ,जीवड़ो दोरो छ म्हारी माय रो
दोय बड़बोल्या बोल्या .......
सब जानिडा बिरंगा ए माय, बीन सुरँगो म्हारी गवरां रो
सब जानिडा र पेचा ए माय, महादेव जी फेंटो जी बाँधिया
सब जानिडा र मोती ए माय, महादेव जी मुरक्यां जी पेरिया
सब जानीडा र दोरा ए माय, महादेव जी कंठो जी पेरिय
सब जानिडा र कुर्ता ए माय महादेव जी बागों जी पेरिया
सब जानिडा र धोती ए माय, महादेवजी बागो जी पेरियो
सब जानिडा र जुता ए माय, महादेव जी मोचड़ी जी पेरिया
थे तो रूप निवारयो भोलानाथ,अब जीव सोरो म्हारी माय रो
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