Bhajan that connects with spirituality...

ऐ तो जोधाणा रा घाट,सुघाट,घड़ ल्याई म्हारा सोनी जुठणा जुठणा सोवे म्हारी गोरां दे र कान,ईसरजी जुठणा मोल लेव जुठणा सोवे बहु लाडलड़याँ र कान,कान्हीराम जी जुठणा मोल लेव आ तो ऊभी बाई रोवाँ यूँ केव,आ तो ऊभी बाई सुधरां यूँ केव भावज,एकर सें म्हांन पेर दिखाय, थार किस्या क सोवे जुठणा बाईजी पैरांला म्हे बार त्योंहार,गणगौरयां र मेळ म पेरस्यां बाई जी पैरां पैरां बार त्योंहार,कनीराम र ब्याव म पेरस्यां

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