श्री
ईसरजी न सोवे,पीली पागड़ी ऐ माँ
गवरां बाई न चूंनड़ल्या रो कोड
रँगा दे,जामण, चुनड़ी ऐ माँ
चूनड़ल्यां,र अला-पला घुघरा ऐ माँ
बिच म सूरज ,खांडो चाँद,रँगा दे जामण
चूनड़ी ऐ माँ
Bhajan that connects with spirituality...
श्री गिरिराजसुता की गोदी में खेलत गणेश सुमर लेवो गौरीनंदन को,भोग लगे मेवा चन्दन को भरे भण्डार सकल अन्न...
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