जीवन सुमन चढ़ाकर, आराधना करेंगे
तेरी जन्म जन्म भर,हम वन्दना करेंगे,
हम अर्चना करेंगे
हे जन्मभूमि भारत....
जिसका मुकुट हिमालय,जगमगमगा रहा है
सागर जिसें रत्न की,अँजुरी चढ़ा रहा है
वह देश है हमारा,ललकार कर कहेंगे
इस देश के बिना हम,जीवित नहीं रहेंगे
हम वन्दना करेंगे,हे जन्मभूमि......
शाश्वत स्वतंत्रता का,जो दीप जल रहा है
आलोक के पथिक सा, अविराम चल रहा है
वह देश है हमारा,ललकार कर कहेंगे
इस देश के बिना हम,जीवित नहीं रहेंगे
हम वन्दना करेंगे,हे जन्मभूमि......
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