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दरशन देदे मैया म्हारो मन भटक म्हारे घरां आओ थांने कुंण अटक आंखडल्या भी दुखण लागी, मैया जी ने निहारतां जीभडल्या म छाला पड़ग्या,मैया थांने पुकारतां छाई है उदासी,म्हारो मन भटक,म्हारे घरां.... ऐसो दिन होवे मेरी मैया, आवो म्हारे घर पांवणा आँगनियो लीपाँवा औऱ, गावां रँग बधावणा पाप की गठरिया म्हारे सिर सँ पटक,म्हारे घरां..... सुरतां की सतरंज बिछाई,सत्संगत रो सोडीयो पलकां र पिलंग ऊपर थे,मायड़ म्हारी पोड़ियो चरणां माँहि लिपटूं ज्यूँ झालर लटक,म्हारे घरां... कहणो है सो कह दियो मैया, करणों थार हाथ है लीपा पोती जानूँ कोनी, सीधी साधी बात है दास तो मगन हुई नाम रटक, म्हारे घरां...
दरशन देदे मैया म्हारो मन भटक म्हारे घरां आओ थांने कुंण अटक आंखडल्या भी दुखण लागी, मैया जी ने निहारतां जीभडल्या म छाला पड़ग्या,मैया थांने पुकारतां छाई है उदासी,म्हारो मन भटक,म्हारे घरां.... ऐसो दिन होवे मेरी मैया, आवो म्हारे घर पांवणा आँगनियो लीपाँवा औऱ, गावां रँग बधावणा पाप की गठरिया म्हारे सिर सँ पटक,म्हारे घरां..... सुरतां की सतरंज बिछाई,सत्संगत रो सोडीयो पलकां र पिलंग ऊपर थे,मायड़ म्हारी पोड़ियो चरणां माँहि लिपटूं ज्यूँ झालर लटक,म्हारे घरां... कहणो है सो कह दियो मैया, करणों थार हाथ है लीपा पोती जानूँ कोनी, सीधी साधी बात है दास तो मगन हुई नाम रटक, म्हारे घरां...
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