श्री
आरती जगमग जगमग चमके,बालाजी महाराज की
बालाजी महाराज की भी,सच्चे दरबार की
आरती जगमग.....
शीश मुकुट हीरों का सोहे,कानों में कुण्डल मुनि मन मोहे
शोभा बनी है देखो,महिमा बनी है देखो
अंजनी के लाल की,आरती जगमग.....
भक्तों के दुःख हरने तांहि, अंजना लाड लडायो मन मांही
सब मिलकर के जय बोलो,श्री पवन कुमार की
आरती जगमग...
चेत सुदी पूनम को जनमे, अंजना आज खुशी है मन में
शोभा बनी है देखो,महिमा बनी है देखो
शंकर के अवतार की,आरती जगमग....
जो कोई बालाजी को मनाये, उसका बेड़ा पार लगाए
आरती उतारो सब मिल,भक्तों के प्रतिपाल की
आरती जगमग....
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