अब जागो गिरधारी
मनमोहन, अब जागो बनवारी
बछड़ा बछड़ी डिंकण्
लागी, गऊआं आ गई सारी
नन्ददुलारो दुहण् बैठ्यो, दुहावण् लागी राधा
प्यारी
अब जागो...
कोई चतर चौकी
ले आई, कोई भर लाई
जल झारी
कोई न
अंगोछो दांतुन लाई,
तो दरपण लाई
राधा प्यारी
अब
जागो...
चिड़ियों
की चीड़चिड़ात भई
है, अस्त हो गए तारे
चंद्र कला
सब मन्द भई प्रभु , सूरज भयो
उजारे
अब जागो...
ग्वाल बाल
सब द्वारे ठाड़े,आ गई
गउएं तुम्हारी
सूरश्याम बलिहारी रे
जसोदा मैया जाग
उठे गिरधारी
अब
जागो...
(visit my youtube channel to listen to the bhajan)
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