राधा रानी का सजा श्रंगार, बिंदिया माथे लगी
1 राधेजु ने ओढ़ी,लाल लाल चुनरी
गुल फूलों सें सजा दरबार,
बिंदिया...
2 मेहंदी सँग साजे हरी हरी चूड़ी
मेरे कान्हा भी जाये बलिहार,
बिंदिया...
3 गोरे गोर पैरों में बजनी सी पायल
मेरी श्यामा की नज़र लो उतार,
बिंदिया...
4 सज धज के आयी,मेरी राधा प्यारी
मेरे पलकों का घर है तैयार,
बिंदिया.....
No comments:
Post a Comment