श्री
थे तो म्हारी शेडल माता,ताता भोजन जोगा
थे ठण्डा सा भोजन क्यूं लिया ए माय
ताता तो भोजन म्हारै सेवकां न सोवे
म्हांने म्हारौ ठण्डा रो कोड मोरी माय
थे तो नोखा री ए राण्या,मीठा भोजन जोगा
थे राबड़ी रो जीमण माता क्यूं लिया ए माय
मीठड़ा सा भोजन म्हारे सेवकां न सोवे
म्हांने म्हार राबड़ी रो कोड मोरी माय
थे तो म्हारी शेडल माता कुंकुंम केसर जोगा
थे हल्दी रो चिरचन माता क्यूं लियो ऐ माय
कुं कुं तो केसर म्हारे सेवकां न सोवे,
म्हाने म्हार हल्दी रो कोड मोरी माय
थे तो नोखा री ए राण्या हाथी घुड़ला जोगा
थे गधया रो बेठन क्यों लियो ए माय
हाथी तो घुड़ला म्हारै सेवकां न सोवे,
म्हाने म्हार गदहिया रो कोड मोरी माय
थे म्हारी शेडल माता,मेलमालिया जोगा
थे मन्दिरईये में बासो क्यूं लियो ए माय
महल मालिया म्हारै सेवकां न सोवे,
म्हाने म्हारौ मन्दिरए रो कोड मोरी
No comments:
Post a Comment