श्री
कंठोड तो बाजा बालाजी थार बाजिया
कंठोड में घुरया छ निशान,हुक्म करो तो
म्हे आवां थार देवर
सालासर,बाजा बालाजी,थार बाजिया
बैंगलोर में घुरया छ निशान,हुक्म करो तो
म्हे आवां थार देवर
सूरज सामी बालाजी थारो देवरो
ध्वजा रे फरुके असमान,
लाल लँगोटो जी तिलक सिन्दूर रो
चढ़ न चढ़ाव बालाजी थार चूरमो
और चोटयां ळा नारेळ, हुक्म करो तो
म्हे आवां थार देवर
रुपिया तो चढ़ावे बालाजी थार रोकड़ा
मोरां रो अन्त ना पार, हुक्म करो तो
म्हे आवां थार देवर
निरंजन लाल जी जाति बालाजी थांरे आयसी
हरिकिशन जी जाति बालाजी थांरे आयसी
बनवारी लाल जी जाति बालाजी थांरे आयसी
नवनीत जी जाति बालाजी थांरे आयसी
विनीत कुमार जी जाति बालाजी थांरे आयसी
घनश्याम जी जाति बालाजी थांरे आयसी
दैविक कुमार जी जाती बालाजी थांरे आयसी
नील कुमार जी जाती बालाजी थांरे आयसी
भाई रे भतीजा री जोड़,हुक्म करो तो
म्हे आवां थांरे देवर
सासु बवां,जाति बालाजी थांरे आयसी
देवर जिठाण्या जाति बालाजी थांरे आयसी
नणंद भोजायां जाति बालाजी थांरे आयसी
लुळ लुळ लागली पाँय
अंजनी को पुत्र,अयोध्या में रम रह्यो
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