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Bdhava | बधज्यो रे चेजारा थारी बेल

                           श्री
बधज्यो रे चेजारा थारी बेल-2
अनोखो माळियो तें चीण्यो  जी म्हारा राज
माळीया में पोढे वासुदेव जी रा सींव कोई
बाई सा रा बीर,
छाजा पर सूरज उगियो  जी म्हारा राज
बधज्यो रे सोनिडा थारी बेल-2
अनोखा गेणा तें घड़या जी म्हारा राज
डोरो पेर वासुदेव जी ..........
हिवड़ा पर सूरज उगियो जी म्हारा राज
बधज्यो रे खातीडा थारी बेल-3
अनोखो ढोलयो तें बण्यो जी म्हारा राज
ढोलिया पोढ वासुदेव......
पागा पर सूरज उगियो जी म्हारा राज
बधज्यो रे मोड़ीडा थारी बेल-4
अनोखो पेचो तें रँग्यो जी म्हारा राज
पेचो पेर वासुदेव .......
तुर्रा पर सूरज उगियो जी म्हारा राज
बधज्यो रे रँगरेज़ा थारी बेल-5
अनोखी चुनड़ तें रँगी जी म्हारा राज
चुनड़ ओढ़ बढ़ा ए साजनिया री दीव
घूंघट पर सूरज उगियो जी म्हारा राज

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