Bhajan that connects with spirituality...

हे गोविन्द,हे गोपाल,शरण मैं तिहारी.....(krishna bhajan)

                                  श्री
हे गोविन्द,हे गोपाल,शरण मैं तिहारी
हे गोविन्द,हे गोपाल
1 अजामील, गिद्ध,व्याध,इनमें कहो कौन साध
   पंछी सूं पद पठात, गणिका सी तारी
   हे गोविन्द...
2   ध्रुव के सिर छत्र देत, प्रह्लाद को उबार लेत
     भक्त हेतु बांध्यो सेतु,लँका पूरी जारी
   हे गोविन्द...
3   गज को जब ग्राह गस्यो, दुशासन चीर खस्यो
      सभा बीच कृष्ण कृष्ण,द्रोपदी पुकारी
   हे गोविन्द.....
4   इतने में हरि आय गये, वसानन आरूढ़ भये
     सूर श्याम द्वारे ठाढ़ो,आंधरो भिखारी
   हे गोविन्द.....

No comments:

Post a Comment