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gangaur ke geet
एकादशी(ग्यारस) का भजन
देवर लिछमण ओ,देवर अणछेडयो नीर ज ल्याय
भाभी र बरत,एकादशी हर राम
सीतां र बरत ,एकादशी हर राम
भाभी सीतां ऐ, भाभी अणछेडयो नीर ना होय
नीर झकोळ जल री माछलयाँ हर राम
देवर लिछमण ओ,देवर,अणछेडयो दांतुन ल्याय
भाभी र बरत एकादशी हर राम
भाभी सीतां ऐ, भाभी अणछेडयो दांतुन ना होय
दांतुन मोड़ बन री कोयलयाँ हर राम
देवर लिछमण ओ,देवर अणछेडयो दूध ज ल्याय
भाभी र बरत एकादशी हर राम
भाभी सीतां ऐ, भाभी अणछेडयो दूध ना होय
दूध ज पिव गऊ रा बाछड़ा हर राम
देवर लिछमण ओ,देवर अणछेडयो बनफ़ल ल्याय
भाभी र बरत एकादशी हर राम
भाभी सीतां ऐ ,भाभी अणछेडयो बनफ़ल ना होय
बनफ़ल खावे बन र सुवटा हर राम
भाभी सीतां ऐ भाभी अणछेडयो प्रभु जी को नाम
नाम। लियाँ तिर जायसी हर राम,नाम लियाँ सुख पायसी हर राम
Devar lichmn o | देवर लिछमण ओ देवर | Ekadashi ka bhajan
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